Computer network के types क्या हैं

नमस्कार दोस्तों! क्या आपने कभी सोचा है कि जब आप अपने कंप्यूटर या मोबाइल से इंटरनेट चलाते हैं, तो वास्तव में क्या हो रहा होता है? या फिर आपके ऑफिस में सभी कंप्यूटर आपस में कैसे जुड़े रहते हैं? ये ...

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नमस्कार दोस्तों! क्या आपने कभी सोचा है कि जब आप अपने कंप्यूटर या मोबाइल से इंटरनेट चलाते हैं, तो वास्तव में क्या हो रहा होता है? या फिर आपके ऑफिस में सभी कंप्यूटर आपस में कैसे जुड़े रहते हैं? ये सब कंप्यूटर नेटवर्क की वजह से संभव है। आज के इस लेख में हम आपको बताएँगे कि कंप्यूटर नेटवर्क क्या है, इसके विभिन्न प्रकार कौन-कौन से हैं और आप इन्हें कैसे अपने दैनिक जीवन में उपयोग कर सकते हैं। तो चलिए शुरू करते हैं और जानते हैं नेटवर्क के बारे में विस्तार से!

Table of Contents

नेटवर्क क्या है और यह कैसे काम करता है?

नेटवर्क शब्द का अर्थ है – जुड़ाव या संबंध। कंप्यूटर के संदर्भ में, जब दो या दो से अधिक कंप्यूटर आपस में जुड़ जाते हैं, तो उसे हम कंप्यूटर नेटवर्क कहते हैं।

सरल शब्दों में कहें तो, “जब किसी एक कंप्यूटर को दूसरे कंप्यूटर से जोड़ा जाता है, तो उसे हम नेटवर्क कहते हैं।” नेटवर्क के द्वारा कंप्यूटर आपस में डेटा और जानकारी को एक-दूसरे के साथ शेयर करते हैं।

 

 

क्या आप जानते हैं?

एक नेटवर्क को तार (वायर) और बिना तार (वायरलेस) दोनों तरीकों से बनाया जा सकता है। नेटवर्क में कंप्यूटरों को जोड़ने की इतनी क्षमता होती है कि दुनिया के एक कोने से दूसरे कोने तक डिवाइसों को जोड़ा जा सकता है। यही कारण है कि आप इंटरनेट के माध्यम से दुनिया के किसी भी कोने में बैठे व्यक्ति से संवाद कर सकते हैं।

Computer network types?

कंप्यूटर नेटवर्क के मुख्य रूप से 5 प्रकार होते हैं। चलिए इन सभी के बारे में विस्तार से जानते हैं:

1. LAN (Local area network)

LAN का पूरा नाम Local Area Network है। यह वह नेटवर्क है जिसका इस्तेमाल एक छोटे क्षेत्र के कंप्यूटरों या डिवाइसों को आपस में जोड़ने के लिए किया जाता है। जैसे कि – ऑफिस, स्कूल, कॉलेज आदि में।

LAN कैसे काम करता है?

LAN नेटवर्क में, कंप्यूटरों को हब, स्विच, नेटवर्क एडाप्टर, राउटर और इथरनेट केबल का उपयोग करके आपस में जोड़ा जाता है। इस प्रकार के नेटवर्क में डेटा ट्रांसफर की गति बहुत ज्यादा होती है।

 LAN का use ?

जब आप अपने ऑफिस में काम करते हैं और अपने सहकर्मियों के साथ फाइलें शेयर करते हैं, तो आप LAN नेटवर्क का उपयोग कर रहे होते हैं। इसी तरह, स्कूल या कॉलेज के कंप्यूटर लैब में सभी कंप्यूटर एक LAN नेटवर्क पर होते हैं।

LAN के benefits

  1. इसमें एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर में डेटा को बड़ी ही आसानी से शेयर कर सकते हैं।
  2. इसके द्वारा हम इंटरनेट को भी शेयर कर सकते हैं, जिससे हर कंप्यूटर के लिए अलग-अलग इंटरनेट कनेक्शन लेने की जरूरत नहीं पड़ती।
  3. इसके द्वारा सॉफ्टवेयर प्रोग्राम को शेयर कर सकते हैं, जिससे हर कंप्यूटर पर अलग से सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करने की जरूरत नहीं होती।
  4. इसमें संचार बहुत आसान और तेज होता है।
  5. LAN समय की बचत करता है।
  6. LAN में आप एक समय पर 1000 से भी ज्यादा कंप्यूटर को आपस में जोड़ सकते हैं।

LAN के Disadvantages

इस नेटवर्क में वायरस या मालवेयर फैलने का खतरा रहता है, क्योंकि एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर में आसानी से फैल सकता है।

  1. LAN का क्षेत्र बहुत ही छोटा होता है, इसलिए हम केवल छोटे क्षेत्र में ही डेटा को शेयर कर सकते हैं।
  2. इसमें सर्वर के क्रैश होने की संभावना बनी रहती है।
  3. LAN को मेंटेन करना ज्यादा मुश्किल होता है।
  4. इसमें सुरक्षा अच्छी नहीं होती है, अर्थात इसे हैक करना आसान होता है।

2. MAN (Metropolitian network) 

MAN का पूरा नाम Metropolitan Area Network है। MAN का क्षेत्र LAN से बड़ा होता है, परंतु WAN से छोटा होता है। यह वह नेटवर्क है जो एक शहर में बहुत सारे कंप्यूटरों को आपस में जोड़ता है।

MAN कैसे काम करता है?

MAN नेटवर्क की रेंज 10 KM से लेकर 100 Km के आसपास होती है। इसका मतलब आप एक नेटवर्क की मदद से 100 km के क्षेत्र को कवर कर सकते हैं। MAN नेटवर्क का इस्तेमाल ज्यादा क्षेत्र को कवर करने के लिए ही किया जाता है।

आप कहां देख सकते हैं MAN का उपयोग?

MAN नेटवर्क का सबसे अच्छा उदाहरण केबल नेटवर्क है। आपने अक्सर अपने घरों में TV के अंदर केबल नेटवर्क देखे होंगे। इसी तरह, बैंक की सभी शाखाओं को जोड़ने के लिए MAN का इस्तेमाल किया जाता है।

MAN के benefits

यह ज्यादा दूरी को कवर करता है, जिससे एक शहर के अलग-अलग हिस्सों में स्थित कंप्यूटरों को जोड़ा जा सकता है।

  1. यह LAN के मुकाबले कम खर्चीला है, क्योंकि इसमें प्रति कंप्यूटर लागत कम होती है।
  2. इस नेटवर्क की मदद से आप ईमेल प्रोग्राम को शेयर कर सकते हैं।
  3. इस नेटवर्क की गति काफी अच्छी होती है।
  4. इस नेटवर्क की मदद से आप इंटरनेट को शेयर कर सकते हैं।
  5. LAN को MAN नेटवर्क में आसानी से बदला जा सकता है।
  6. इसमें आपको सुरक्षा काफी अच्छी मिलती है।

MAN के disavantages

  1. इस नेटवर्क को मैनेज करना काफी मुश्किल है।
  2. इसकी इंटरनेट गति अलग-अलग हो सकती है, यानी हर जगह समान गति नहीं मिलेगी।
  3. इसमें सुरक्षा होने के बावजूद हैकर्स के हमले होते रहते हैं।
  4. इसको सेटअप करना काफी मुश्किल काम है।
  5. MAN नेटवर्क के सेटअप के लिए तकनीकी लोगों की जरूरत होती है।
  6. इस नेटवर्क में ज्यादा तार की आवश्यकता होती है।

3. WAN (Wide area network) 

WAN का पूरा नाम Wide Area Network होता है। WAN वह नेटवर्क होता है जो दुनिया के हर कंप्यूटर और डिवाइस को आपस में जोड़ता है। इसे हम अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क भी कहते हैं, क्योंकि यह नेटवर्क राज्य से राज्य और देश से देश तक की कनेक्टिविटी के लिए होते हैं।

WAN कैसे काम करता है?

WAN नेटवर्क में, डेटा ट्रांसमिशन के लिए अलग-अलग टेक्नोलॉजीज का इस्तेमाल किया जाता है, जैसे SONET, फ्रेम रिले और ATM। इस नेटवर्क के ज़रिये एक देश को दूसरे देश के नेटवर्क से जोड़ा जाता है।

आप कहां देख सकते हैं WAN का उपयोग?

WAN का सबसे अच्छा उदाहरण इंटरनेट है। आप दुनिया के किसी भी कोने से इंटरनेट को एक्सेस कर सकते हैं। WAN का इस्तेमाल व्यापार, शिक्षा और सरकारी क्षेत्रों में ज्यादा किया जाता है।

WAN के फायदे

  1. यह नेटवर्क बहुत बड़े क्षेत्र को कवर करता है, जिससे दुनिया भर के कंप्यूटरों को जोड़ा जा सकता है।
  2. यह केंद्रीकृत डेटा सिस्टम को बनाए रखता है, जिससे सभी उपयोगकर्ता एक ही स्थान से डेटा एक्सेस कर सकते हैं।
  3. इसमें डेटा और फाइलें दोनों ही अपडेटेड रहते हैं, क्योंकि जब कोई एक उपयोगकर्ता फाइल में बदलाव करता है, तो वह सभी के लिए अपडेट हो जाती है।
  4. इस नेटवर्क में आप सॉफ्टवेयर और संसाधनों को आसानी से शेयर कर सकते हैं।
  5. WAN नेटवर्क ग्लोबल बिजनेस के लिए फायदेमंद होते हैं, क्योंकि इससे दुनिया भर में फैली कंपनियां आपस में जुड़ी रह सकती हैं।
  6. इस नेटवर्क में वर्कलोड आसानी से वितरित हो जाता है, जिससे किसी एक सर्वर पर ज्यादा लोड नहीं पड़ता।
  7. इसकी बैंडविड्थ बहुत ही ज्यादा उच्च होती है, जिससे बड़ी मात्रा में डेटा ट्रांसफर किया जा सकता है।

WAN के नुकसान

  1. बिना एंटीवायरस और फायरवॉल के इस नेटवर्क को चलाना मुश्किल है, क्योंकि इसमें सुरक्षा का खतरा ज्यादा होता है।
  2. इस नेटवर्क को सेटअप करने में काफी ज्यादा खर्च आता है, क्योंकि इसके लिए महंगे उपकरणों और तकनीकों की आवश्यकता होती है।
  3. WAN नेटवर्क में ट्रबलशूटिंग की समस्या देखने को मिलती है, क्योंकि इसमें कई लेयर्स होती हैं।
  4. इस नेटवर्क में सर्वर डाउन होने की समस्या बनी रहती है, जिससे पूरे नेटवर्क पर असर पड़ सकता है।
  5. इस नेटवर्क को मेंटेन करना काफी मुश्किल है, क्योंकि इसमें कई अलग-अलग कंपोनेंट्स होते हैं।

4. PAN (पर्सनल एरिया नेटवर्क) – आपका निजी नेटवर्क

PAN का पूरा नाम Personal Area Network है। PAN एक ऐसा नेटवर्क होता है जो पहले से ही डिवाइसों के साथ कनेक्टेड रहता है। इस नेटवर्क की रेंज काफी छोटी होती है, लगभग 10 मीटर तक।

PAN कैसे काम करता है?

PAN नेटवर्क में, एक व्यक्ति के निजी डिवाइसों को आपस में जोड़ा जाता है। इस नेटवर्क को केवल एक ही व्यक्ति के द्वारा उपयोग किया जा सकता है।

आप कहां देख सकते हैं PAN का उपयोग?

जब आप अपने स्मार्टफोन को ब्लूटूथ के जरिए हेडफोन से जोड़ते हैं, या अपने लैपटॉप को वायरलेस माउस से कनेक्ट करते हैं, तो आप PAN का उपयोग कर रहे होते हैं।

PAN के फायदे

  1. इसमें अलग से किसी नेटवर्क को कनेक्ट करने की जरूरत नहीं पड़ती, क्योंकि डिवाइसें आपस में सीधे जुड़ जाती हैं।
  2. इस नेटवर्क को आपके अलावा कोई दूसरा व्यक्ति उपयोग नहीं कर सकता, जिससे आपका डेटा सुरक्षित रहता है।
  3. ये नेटवर्क किसी भी तरह के डेटा को ट्रांसफर कर सकते हैं, जैसे टेक्स्ट, ऑडियो, वीडियो आदि।
  4. इस नेटवर्क को उपयोग करना काफी आसान होता है, क्योंकि इसमें कोई जटिल सेटिंग्स नहीं होती।
  5. इस नेटवर्क को सेटअप करने में ज्यादा खर्च नहीं आता, क्योंकि इसमें महंगे उपकरणों की जरूरत नहीं होती।

PAN के नुकसान

  1. PAN नेटवर्क की रेंज काफी कम होती है, केवल 10 मीटर तक ही।
  2. एक समय पर इस नेटवर्क को केवल एक ही इंसान उपयोग कर सकता है।
  3. इसमें डेटा ट्रांसफर की गति काफी धीमी होती है, जिससे बड़ी फाइलों को ट्रांसफर करने में समस्या हो सकती है।
  4. ये नेटवर्क कमजोर सिग्नल आने पर क्रैश हो जाते हैं, जिससे कनेक्शन टूट सकता है।

5. HAN (होम एरिया नेटवर्क) – आपके घर का नेटवर्क

HAN की पूरी फॉर्म Home Area Network है। अगर एक ही घर में सभी लोग एक ही नेटवर्क का इस्तेमाल करते हैं, तो उसे हम HAN नेटवर्क कहते हैं।

HAN कैसे काम करता है?

HAN नेटवर्क में, घर के सभी डिवाइसों को एक ही नेटवर्क से जोड़ा जाता है। इसके लिए मोडेम और राउटर का उपयोग किया जाता है। इस नेटवर्क की रेंज 100 मीटर से कम होती है।

आप कहां देख सकते हैं HAN का उपयोग?

जब आपके घर में कई लोग अलग-अलग डिवाइसों से एक ही वाई-फाई कनेक्शन का उपयोग करते हैं, तो वह HAN का उदाहरण है।

HAN के फायदे

  1. घर के किसी भी कोने में बैठकर आप इस नेटवर्क को एक्सेस कर सकते हैं, जिससे आपको तारों की झंझट से मुक्ति मिलती है।
  2. इसके द्वारा आप वीडियो देखने के साथ-साथ लाइव स्ट्रीमिंग भी कर सकते हैं।
  3. घर के किसी भी कोने में बैठकर डेटा को ट्रांसफर कर सकते हैं, जिससे आपको अलग-अलग कमरों में जाने की जरूरत नहीं पड़ती।
  4. घर के सभी लोग इस नेटवर्क का उपयोग कर सकते हैं, जिससे हर व्यक्ति के लिए अलग कनेक्शन लेने की जरूरत नहीं पड़ती।

HAN के नुकसान

  1. HAN नेटवर्क की रेंज बहुत ही कम है, लगभग 100 मीटर तक ही।
  2. इसमें फाइल और डेटा को ट्रांसफर करने में काफी समय लगता है, खासकर अगर नेटवर्क पर कई लोग एक साथ काम कर रहे हों।
  3. कभी-कभी नेटवर्क का सर्वर भी डाउन हो जाता है, जिससे सभी उपयोगकर्ताओं का काम प्रभावित होता है।

Networks के major importance क्या हैं

नेटवर्क हमारे दैनिक जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा बन गया है। आइए जानते हैं कि नेटवर्क क्यों महत्वपूर्ण है:

  1. संचार: नेटवर्क हमें दुनिया भर के लोगों से जुड़ने में मदद करता है, चाहे वह ईमेल, वीडियो कॉल या सोशल मीडिया के माध्यम से हो।
  2. डेटा शेयरिंग: नेटवर्क की मदद से हम फाइलें, फोटो, वीडियो और अन्य प्रकार के डेटा को आसानी से शेयर कर सकते हैं।
  3. संसाधनों का साझाकरण: नेटवर्क हमें प्रिंटर, स्कैनर और अन्य हार्डवेयर डिवाइसों को साझा करने की अनुमति देता है, जिससे लागत कम होती है।
  4. दूरस्थ पहुंच: नेटवर्क की मदद से हम अपने कंप्यूटर या डिवाइस को किसी भी जगह से एक्सेस कर सकते हैं, जिससे वर्क फ्रॉम होम जैसे विकल्प संभव होते हैं।
  5. ऑनलाइन अध्ययन और काम: नेटवर्क की मदद से हम ऑनलाइन कोर्स कर सकते हैं, वर्चुअल मीटिंग्स में हिस्सा ले सकते हैं और दूर बैठे लोगों के साथ सहयोग कर सकते हैं।

Network कैसे Apply करें 

अगर आप अपने घर या ऑफिस में नेटवर्क सेटअप करना चाहते हैं, तो यहां कुछ सरल चरण दिए गए हैं:

1. अपनी requirments का विश्लेषण करें

सबसे पहले, आपको यह तय करना होगा कि आपको किस प्रकार का नेटवर्क चाहिए। अगर आप घर के लिए नेटवर्क सेटअप कर रहे हैं, तो HAN या LAN अच्छा विकल्प होगा। अगर आप बड़े ऑफिस के लिए सेटअप कर रहे हैं, तो LAN या MAN पर विचार कर सकते हैं।

2. Important hardware खरीदें

अपनी जरूरतों के आधार पर, आपको निम्नलिखित हार्डवेयर की आवश्यकता हो सकती है:

  • राउटर
  • मोडेम
  • नेटवर्क केबल
  • स्विच या हब
  • नेटवर्क इंटरफेस कार्ड (NIC)

3. Network cabling करें

अगर आप वायर्ड नेटवर्क सेटअप कर रहे हैं, तो आपको नेटवर्क केबल को सही तरीके से बिछाना होगा। सुनिश्चित करें कि केबल सुरक्षित स्थानों से गुजरे और उन्हें नुकसान न पहुंचे।

4. Device को connect करें

अब अपने सभी डिवाइसों को नेटवर्क से कनेक्ट करें। अगर आप वायर्ड नेटवर्क का उपयोग कर रहे हैं, तो नेटवर्क केबल का उपयोग करें। अगर आप वायरलेस नेटवर्क का उपयोग कर रहे हैं, तो वाई-फाई कनेक्शन सेटअप करें।

5. Network configure करें

अपने राउटर और अन्य नेटवर्क डिवाइसों को कॉन्फिगर करें। इसमें IP एड्रेस असाइन करना, सुरक्षा सेटिंग्स सेट करना और नेटवर्क नाम (SSID) और पासवर्ड सेट करना शामिल है।

6. Network का test करें

अब अपने नेटवर्क का टेस्ट करें और सुनिश्चित करें कि सभी डिवाइसें एक-दूसरे से कनेक्ट हो रही हैं। आप फाइल ट्रांसफर, इंटरनेट कनेक्शन और अन्य नेटवर्क सेवाओं का टेस्ट कर सकते हैं।

 

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